साशा टैम बर्लिन की दीवार के बारे में अपने संस्मरण साझा करते हुए

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फ्रायडरिक नाऊमैन फाउंडेशन फॉर लिबर्टी  के पदाधिकारी साशा टैम 20 वर्ष पूर्व जर्मनी के ड्रेसडेन नामक शहर में थे जिस समय बर्लिन की  मशहूर दीवार टूटी थी. अपना संस्मरण सुनाते  हुए वो कहते हैं की शाम के समय वो  जब पूर्वी बर्लिन स्थित अपने घर पहुंचे, उन की माँ ने उनसे यूँ ही पूंछा कि क्या वो पश्चिमी बर्लिन जाना चाहेंगे और उन्होने कहा अवश्य पर कभी दो साल बाद. उन की माँ ने उन्हे टीवी देखने को कहा जिस पर दिखाया जा रहा था की किस तरह लोग पूर्वी जर्मनी से पश्चिमी जर्मनी की तरफ जा रहे थे. फ़ौरन साशा टैम ने भी ट्रेन द्वारा पश्चिमी जर्मनी की यात्रा की और उन्हे किसी पहचान पत्र की भी आवश्यकता नहीं पड़ी.

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