क्या है ‘पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना’?

जानिए उस योजना के बार में जो देश के 80 करोड़ लोगों को पेट भरती है। :

कोरोना महामारी ने देश में बीते दो सालों से ऐसे हालात पैदा कर दिए कि देश के गरीबों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया। ये देश की वो आबादी है जिसे रोज कमाना है, रोज खाना है। लेकिन कोरोना काल में लगी पाबंदियों ने उनसे काम करने, मजदूरी का भी हक छीन लिया उनके सामने जीवनयापन का संकट आ गया। ऐसी दयनीय स्थिति में सरकार के आगे बड़ी चुनौती थी कि वो आगे आकर उनके पेट की आग को बुझाने का काम करे। इसी कड़ी में सरकार ने आगे आकर एक योजना चलाई, जिसका नाम रखा गया ‘पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना’ ।

आइये आपको विस्तार से बताते है देश के 80 करोड़ लोगों को प्रभावित करने वाली योजना के बारे में: 

क्या है ‘पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना’?:  

इस योजना के जरिए देश के 80 करोड़ जरूरतमंद लोगों को मुफ्त राशन या अनाज मिलता है। कोरोना संकट के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का मार्च 2020 में ऐलान किया गया था। शुरुआत में इस स्कीम को अप्रैल-जून 2020 की अवधि के लिए लॉन्च किया गया था, लेकिन बाद में इसे 30 नवंबर तक बढ़ा दिया गया था। 24 नवंबर 2021 को ही सरकार ने इसकी मियाद बढ़ाने का एलान किया है और इसके तहत अब मार्च 2022 तक लोगों को मुफ्त अनाज मिलता रहेगा।

कौन हैं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के पात्र:

कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 2020 में पूरे देश में लॉकडाउन लगा रहा। जिसके चलते देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के नागरिक बुरी तरह से प्रभावित हुए। इस योजना के पात्र है सड़क पर रहने वाले, फेरी वाले, रिक्शा चालक, प्रवासी मजदूर आदि गीरबी रेखा के नीचे और ऊपर रहने वाले राशन कार्ड धारक। ये वो लोग हैं जो रोज कमाते-खाते हैं, उनके लिए भोजन की व्यवस्था करने के लिए ये योजना चलाई गई है। 

कितना है योजना का बजट: 

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना केंद्र सरकार ने 26 मार्च 2020 को 21 दिन के लॉक डाउन को ध्यान में रखते हुए गरीब जनता के लिए शुरू की. शुरुआत में इस योजना के लिए बेहद बड़ी रकम यानी 1.7 लाख करोड़ का आवंटन किया गया लेकिन कल केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि इस योजना पर कुल 53344 करोड़ रुपये का और खर्च आएगा. इस तरह इस स्कीम का कुल खर्च 2.6 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा.

कितना मिलता है राशन:
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के चौथे चरण के अंतर्गत सरकार द्वारा नवंबर 2021 तक अतिरिक्त खाद्यान्न आवंटित किया गया. इस योजना के माध्यम से 5 किलो प्रति व्यक्ति प्रति माह मुफ्त राशन प्रदान दिया जाता है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को पीएम राशन सब्सिडी योजना के नाम से भी जाना जाता है. इसके कुल लाभार्थी देश के 80 करोड़ लोग हैं और इसमें गरीब लोगो को राशन पर सब्सिडी दी जा रही है.

अनाज के कोटे से अलग फ्री राशन:
यह मुफ्त 5 किलो अनाज, राशन कार्ड पर रहने वाले अनाज के कोटे के अतिरिक्त घोषित किया गया था। बाद में सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार दिवाली और छठ पूजा तक कर दिया था। इस साल सरकार ने एक बार फिर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को लागू किया और इसे दिवाली तक बढ़ा दिया था। अब योजना को मार्च 2022 तक के लिए बढ़ा दिया गया है।

देश के सबसे बड़े प्रदेश में राशन वितरण का महा अभियान:

12 दिसंबर 2021 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राशन वितरण के लिए महा अभियान आरंभ करने का निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार द्वारा यह जानकारी प्रदान की गई की यह अभियान देश का अब तक का सबसे बड़ा राशन वितरण अभियान है। अंत्योदय एवं डोमेस्टिक राशन कार्ड धारकों को सीधे इस अभियान का लाभ प्रदान किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को एवं पात्र परिवारों को दोगुना राशन वितरित किया जाएगा। 15 करोड़ से अधिक राशन कार्ड धारकों को यह राशन वितरण किया जाएगा।  सभी सांसदों एवं विधायकों को इस अभियान की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। इस अभियान के माध्यम से राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर नागरिक, श्रमिक एवं किसानों को भी लाभ पहुंचेगा। इसके अलावा यूपी सरकार भी राशन कार्ड धारकों को महीने में दो बार मुक्त गेहूं और चावल प्रदान करेगी। राशन की दुकानों के माध्यम से खाद्य, तेल और नमक भी मुफ्त मुहैया करवाया जाएगा। इसमें मिलने वाले अनाज में अब एक लीटर रिफाइंड तेल चना, नमक भी दिया जाता है।

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डिस्क्लेमर:

ऊपर व्यक्त विचार लेखक के निजी हैं और ये आवश्यक रूप से आजादी.मी के विचारों को परिलक्षित नहीं करते हैं।

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